क़व्वाली संगीत की एक विधा है । हिंदी सिनेमा जगत में 1944 में पहली बार फिल्म ‘नाईट बर्ड’ के गाने ( हसीनों के लिए) में कव्वाली का अंदाज दिखा था ।धीरे-धीरे हिंदी फिल्मों में कव्वाली ने अपनी पैठ बना ली ,लेकिन समय के साथ जैसे – जैसे हिंदी फिल्मों में बदलाव हुआ , पारंपरिक क़व्वाली का स्वरुप भी बदलने लगा .90 के दशक के बाद हिंदी सिनेमा जगत में कव्वाली के एक नये रूप का पदार्पण हुआ , जिसमें पॉप और रॉक म्यूजिक का फ्यूज़न था। कव्वाली के इस टेक्नो अंदाज को भी लोगों ने खूब पसंद किया । आइये सुनते हैं पारंपरिक से लेकर टेक्नो तक की अंदाज-ए-कव्वाली: