आज १२ सितम्बर का छाया गीत प्रस्तुत किया गया विविध भारती सेवा के मशहूर उद्घोषक अमर कान्त दुबे द्वारा । तो आइये आनन्द लेते हैं इनकी पसन्द के कुछ गीत छायागीत कार्यक्रम से।
इस कार्यक्रम मे निम्न लिखित गीतों का समावेश है:
१. कहे झूम झूम रात ये सुहानी
२. रात का शमां झूमे चन्द्रमा
३. रात ढलने लगी, बुझ गये हैं दिये
४. आज को जुनली रात मा, धरती पर है आसमां
५. ये रात भीगी भीगी ये मस्त फ़िजायें
६. आधा है चन्द्रमा रात आधी