सावन के महीने में भक्ति और श्रृंगार रस का मिश्रित समावेश होता है। सावन में जहाँ एक ओर शिव भक्तगण भक्ति के रस से सराबोर रहते हैं, वहीं वर्षा ऋतु के चरम उत्कर्ष वाला सावन का यह सुहाना मौसम श्रृंगार रस के प्रेम में भी डूबा रहता है। अनगिनत फूलों की खुशबू , रंग-बिरंगी उड़ती तितलियाँ, भौरों की गुंजन और मंद हवाओं संग झूले की हिलोरें,ये सभी सावन में प्रेमी युगल को मदहोश कर देती हैं ।
हिंदी फिल्मी गीतों में भी सावन सबसे सेलिब्रेटेड महीना रहा है। सावन के फिल्मी गाने सभी के मन को भाते हैं. फिल्मी गीतों के सावन में श्रृंगार रस के संयोग और वियोग दोनों रूपों को दर्शाया गया है अर्थात् सावन के महीने में प्रेमी युगल के मिलन की प्यास और जुदाई की याद दोनों ही भावनाओं को गीतों की लड़ियों में पिरोया गया है| तो चलिए हम भी श्रृंखलाबद्ध कड़ियों में सावन के गीतों का आनंद लेते हैं। आज हम प्रथम कड़ी-झूमता सावन में श्रृंगार रस के संयोग रूप में प्रेम की अनुभूति से सराबोर गीतों का आनंद लेते हैं:
https://www.youtube.com/watch?v=K2hr39IqH78
सावन के गीत-श्रृंखलाबद्ध कड़ियों में-द्वितीय कड़ी-भक्तिमय सावन (शिव भजन):